नमस्कार दोस्तों, एक बार फिर स्वागत है आपका the eNotes के एक नए आर्टिकल में इसमें हम जानेंगे कि प्रकाश क्या है? What is light in Hindi, इससे पहले हमने जाना था कि विज्ञान किसे कहते हैं? प्रकाश से तो हम सभी परिचित हैं, लेकिन अगर आपको प्रकाश के बारे में जानकारी नहीं है तो यह आर्टिकल आपके लिए है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि प्रकाश क्या है-

प्रकाश क्या है – What is light?
प्रकाश एक प्रकार की उर्जा है, जो हमारे आँखों को सवेदित करता है और दृष्टि ज्ञान को जागृत करता है, जिसके द्वारा हम वस्तुओं को देख सकते हैं। बिना प्रकाश के कुछ भी देखना संभव नहीं है। आइये इसे एक उदाहरण से समझते हैं।
जैसा की हमारे साथ होता है, अँधेरे में हमें कुछ भी दिखाई नहीं देता है। लेकिन जैसे ही उजाला होता है हमरी आँखों को सबकुछ दिखाई देने लगता है। इससे स्पष्ट है कि वस्तुओं को देखने के लिए आँखों के अतिरिक्त प्रकाश की भी आवश्यकता होती हैं।
प्रकाश को हम देख नहीं सकते लेकिन इसका अनुभव कर सकते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि “प्रकाश वह भौतिक साधन अथवा कारण है जिसके द्वारा हम वस्तुओं को देख सकते हैं।” अर्थात् “प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो हमारे दृष्टि ज्ञान को जागृत करता है।”
प्रकाशीय ऊर्जा को अन्य ऊर्जाओं में रूपान्तरित किया जा सकता है तथा अन्य ऊर्जाओं से इसे प्राप्त भी किया जा सकता है। जैसे जब लुहार हथौड़े से लोहे के टुकड़े के ऊपर चोटें मारता है तो चिंगारी निकलती है। यहाँ यान्त्रिक ऊजा का रूपान्तरण प्रकाश ऊर्जा और ऊष्मीय ऊर्जा के रूप में होता है। प्रकाश निर्वात् (Vacuum) में भी चल सकता है। निर्वात् में प्रकाश का वेग 3 x 108 मीटर सेकण्ड होता है।
प्रकाश के श्रोत – Source of Light
पृथ्वी पर उर्जा का सबसे बड़ा श्रोत सूर्य है, ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है जो परमाणु विलय की प्रक्रिया द्वारा प्रकाशिक उर्जा में परिवर्तित होकर पृथ्वी तक पहुँचता है। इसी प्रकार प्रकाश के श्रोत कि बात करें तो जो प्रकाश किसी जीव-जंतु से प्राप्त होती है उसे Bioluminescence अर्थात जैव प्रकाश कहते हैं। इसके अलावां प्रकाश के कुछ कृत्रिम श्रोत भी हैं। जैसे-बल्ब, मोमबत्ती आदि
प्रकाश के श्रोत के अनुसार वस्तुएँ दो प्रकार की होती हैं, प्रदीप्त वस्तुए और अप्रदिप्त वस्तुएँ
प्रदीप्त वस्तुएँ (Luminous Bodies) –
जिन वस्तुओं में ख़ुद का प्रकाश होता है, अर्थात जो वस्तुएँ स्वतः प्रकाश का उत्सर्जन करती हैं उन्हें प्रदीप्त वस्तुएँ कहते हैं। जैसे-सूर्य, बल्ब, लालटेन, मोमबत्ती आदि
अप्रदीप्त वस्तुए (Non-Luminous Bodies) –
जिन वस्तुओं में ख़ुद का प्रकाश नहीं होता अर्थात जो वस्तुएँ स्वतः प्रकाश का उत्सर्जन नहीं करती बल्कि वे प्रदीप्त वस्तुओं के प्रकाशिक होने पर दिखयी देती हैं, अप्रदीप्त वस्तुएँ कहलाती हैं।
प्रकाशिक माध्यम (Optical Medium)
प्रकाश जिस माध्यम से होकर गुजरता है उसे प्रकाशिक माध्यम कहते हैं, विभिन्न माध्यमों से होकर प्रकाश की गमन क्षमता के आधार पर प्रकाशिक माध्यम को 3 वर्गों में बाटा गया है।
पारदर्शक (Transparent –
जिस माध्यम से होकर प्रकाश का अधिकांश भाग आर-पार निकल जाता है, उसे पारदर्शक माध्यम कहते हैं। उदाहरणतः वायु, जल, काँच आदि। निर्वात् (vacuum) आदर्श अथवा पूर्णतः पारदर्शक माध्यम है क्योंकि इसमें होकर प्रकाश का 100% भाग आर-पार निकल जाता है।
पारभासक (Transluscent) –
जिस माध्यम से होकर प्रकाश का केवल आंशिक भाग ही आर-पार गमन करता है, उसे पारभासक माध्यम कहते हैं। उदाहरणतः घिसा हुआ काँच, तेल लगा हुआ कागज, गंदला जल आदि।
अपारदर्शक (Opaque) –
जिस पदार्थ से होकर प्रकाश आर-पार नहीं जा सकता उसे अपारदर्शक कहते हैं। किसी अपारदर्शक पदार्थ के तल पर आपतित प्रकाश, उससे पूर्णतः परावर्तित अथवा अवशोषित हो जाता है।
प्रकाश की किरण (Ray of Light)
किसी समांग माध्यम में एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक प्रकाश जिस ऋजु रेखीय मार्ग से होकर जाता है उसे प्रकाश की किरण कहते हैं। एक ही दिशा में जाने वाले प्रकाश की किरणों के समूह को प्रकाश पुँज (Beam of light) कहते हैं। प्रकाश पुँज तीन प्रकार के होते हैं
अभिसारी (Convergent) –यदि सभी प्रकाश की किरणें एक ही बिन्दु पर मिल रहो हों तो उसे अभिसारी प्रकाश पुँज कहते हैं।
अपसारी (Divergent) –यदि प्रकाश की किरणें किसी एक बिन्दु से आती हुई प्रतीत हो रही हों तो इसे अपसारी प्रकाश पुँज कहते हैं।
समान्तर (Parallel) –यदि प्रकाश की किरणें परस्पर समान्तर हों तो इसे समान्तर प्रकाश पुंज कहते हैं।
प्रकाश के गुण-Quality of Light
- प्रकाश विद्युत् चुम्बकीय तरंगों के रूप में चलता है।
- निर्वात् में प्रकाश की चाल 3 x 108 मीटर / सेकंड है।
- प्रकाश सरल रेखा में गति करता है।
- प्रकाश, तरंगों के लाक्षणिक गुण-व्यतिकरण, विवर्तन तथा ध्रुवण प्रदर्शित करता है।
- दृश्य प्रकाश का तरंग दैर्घ्य 39000λ से 7300λ तक होता है।
- ठोस तथा द्रव माध्यमों के तलों से प्रकाश का परावर्तन हो जाता है।
- यदि प्रकाश एक पारदर्शक माध्यम से दूसरे पारदर्शक माध्यम में जाता है तो उसका अपवर्तन हो जाता है।
आपने क्या सिखा –
इस आर्टिकल में आपने पढ़ा की प्रकाश क्या है? (What is Light in Hindi) इसके साथ ही आपने प्रकाश के श्रोत और प्रकाशिक माध्यम भी पढ़ा, हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी ज़रूर समझ आई होगी। इसी तरह के और पोस्ट पढते रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करें अथवा हमारे WhatsApp ब्रॉडकॉस्ट को सब्सक्राइब कीजिये।