प्रिय पाठक स्वागत है आपका the eNotes के एक नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम पढेंगे कि मॉनिटर क्या है? Monitor kya hai? इससे पहले हमने पढ़ा था कि सी.पी.यू. किसे कहते हैं, तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि मॉनिटर क्या है-
मॉनिटर क्या है? Monitor kya hai
यह एक विज्युअल डिस्प्ले यूनिट है, यह टेलीविजन की तरह दिखता है यह कंप्यूटर पर हो रहे सभी कार्यों को दिखाता है। इसे Visual Display Device (VDU) भी कहते हैं। मॉनिटर सीपीयू से प्राप्त परिणाम को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दिखाता है।
मॉनिटर पर इमेज छोटे-छोटे बिन्दुओं (Dots) से मिलकर बनती है। इन बिन्दुओं को पिक्सल (Pixels) के नाम से भी जाना जाता है।
मॉनिटर के प्रकार-Type of Monitor
मॉनिटर दो प्रकार के होते हैं; CRT और LCD

1. CRT (Cathode Ray Tube) -कैथोड रे ट्यूब)
यह एक आयताकार बॉक्स की तरह दिखने वाला (टेलीविजन जैसा) मॉनिटर होता है। इसे डेस्कटॉप कम्प्यूटर पर आउटपुट देखने के लिए प्रयोग करते हैं। यह आकार में बड़ा, भारी तथा भद्दा होता है। इस तकनीक में कैथोड रे फ्लोरेसेन्स स्क्रीन पर पड़ता है और किरणों को विक्षेपित करके चित्र बनाता है। CRT मॉनिटर भी दो प्रकार के होते हैं। मोनोक्रोम और कलर मॉनिटर
मोनोक्रोम डिस्प्ले मॉनिटर- मोनोक्रोम शब्द दो शब्द (mono) अर्थात एकल तथा क्रोम (chrome) अर्थात रंग से मिलकर बना है इसलिये इसे Single Color Display कहते है, यह टेक्स्ट को डिस्प्ले करने के लिए एक ही रंग का प्रयोग करता है। यह मॉनिटर आउटपुट को Black & White रूप में प्रदर्शित करता है।
कलर डिस्प्ले मॉनिटर- कलर डिस्प्ले मॉनिटर में तीन अलग-अलग फॉस्फोरस होते हैं जो क्रमशः (RGB) लाल, हरे और नीले प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं जिस कारण डिस्प्ले रंगीन दृश्य में दिखाई देते हैं। कलर डिस्प्ले मॉनिटर एक समय में 256 रंगों को दिखा सकता है। किसी इमेज की स्पष्टता रेजोल्यूशन्, डॉट पिच और रिफ्रेश रेट पर निर्भर करती है।
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2. एल-सी डी (Liquid Crystal Display, LCD)
यह CRT की अपेक्षा बहुत हल्का, किन्तु महँगा आउटपुट डिवाइस है। इसका प्रयोग लैपटॉप में, नोटबुक में, पर्सनल कम्प्यूटर में, डिजिटल घड़ियों आदि में किया जाता है। LCD में दो प्लेट होती हैं। इन प्लेटों के बीच में एक विशेष प्रकार का द्रव (Liquid) भरा जाता है।
जब प्लेट के पीछे से प्रकाश निकलता है, तो प्लेट्स के अन्दर के द्रव एलाइन (Align) होकर चमकते हैं, जिससे इमेज दिखाई देने लगती है। यह भी दो प्रकार की होती है-LED और TFT
LED (Liquid / Light Emitting Diode) –यह मॉनिटर आजकल घरों में टेलीविजन की तरह प्रयोग किया जाता है। इसके अन्दर छोटे-छोटे LEDs लगे होते हैं। जब विद्युत धारा इन LEDs से गुजरती है तो ये LEDs चमकने लगते हैं और इमेज LED के स्क्रीन पर दिखाई देने लगती है। पहले LED लाल रंग की लाइट उत्पन्न करते थे, लेकिन आजकल LED (RGBW – Red Green Blue and White) लाइट उत्पन्न करते हैं।
TFT (Thin Film Transistor) – TFT में एक पिक्सल को कण्ट्रोल करने के लिए एक से चार ट्रांजिस्टर लगे होते हैं। ये ट्रांजिस्टर पैसिव मैट्रिक्स की अपेक्षा स्क्रीन को बहुत तेज, चमकीला एवं अधिक रंगीन बनाते हैं। TFT अन्य मॉनिटर्स की अपेक्षा महँगा, लेकिन बहुत अच्छी क्वालिटी की इमेज डिस्प्ले करने वाली आउटपुट डिवाइस है।
3D मॉनिटर (3D Moniter) – 3D मॉनिटर भी LCD मॉनिटर का एक प्रकार है, इस मॉनिटर का प्रयोग आउटपुट को तीन डायमेन्शन (Three Dimension, 3D) में देखने के लिए करते हैं। यह अन्य मॉनिटर की अपेक्षा ज्यादा स्पष्ट और साफ इमेज प्रदर्शित करता है। किसी इमेज को 3D मॉनिटर में देखते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह बिल्कुल वास्तविक इमेज है।
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लेख के बारे में– आज के इस आर्टिकल में आपने पढ़ा की मॉनिटर क्या है? (Monitor kya hai). हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी आवश्य समझ आई होगी, कम्प्यूटर से रिलेटेड आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए हमें 6392548568 पर WhatsApp मेसेज करें और हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करें।