नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका the eNotes के एक नए आर्टिकल में, इसमें हिन्दी वर्णमाला के स्वर भाग से दीर्घ स्वर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है, इसी के साथ इस आर्टिकल में (Dirgh Swar Kise Kahate Hain) दीर्घ स्वर की संख्या के साथ-साथ दीर्घ स्वर के उदाहारण भी दिए गए हैं।
जैसा की हम सभी जानते हैं कि हिन्दी वर्णमाला में स्वर तीन प्रकार के होते हैं, (ह्रस्व स्वर, प्लुत स्वर और दीर्घ स्वर) इस आर्टिकल में दीर्घ स्वर के बारे में विस्तारित जानकारी दी गयी है-
दीर्घ स्वर – Dirgh Swar Kise Kahate Hain
वे स्वर जो सजातीय स्वरों (एक ही स्थान से बोले जाने वाले स्वर) के सयोंग से निर्मित हुए हों, दीर्घ स्वर कहलाते हैं। इनके उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है। इसे द्विमात्रिक स्वर भी कहते हैं।
दुसरे शब्दों में दीर्घ स्वर की परिभाषा–
दीर्घ का शाब्दिक अर्थ बड़ा होता है, अर्थात जब दो छोटे स्वर (ह्रस्व स्वर) आपस में मिलते ही तो दीर्घ स्वर बनता है। उदाहरण–
अ + अ = आ
इ + इ = ई
उ + उ = ऊ
हिन्दी वर्णमाला में दीर्घ स्वरों कि संख्या कितनी होती है?
हिन्दी वर्णमाला के 11 स्वरों में दीर्घ स्वरों की संख्या 7 होती है।
1 | अ + अ = | आ |
2 | इ + इ = | ई |
3 | उ + उ = | ऊ |
4 | अ + इ = | ए |
5 | अ + ए = | ऐ |
6 | अ + उ = | ओ |
7 | अ + ओ = | औ |
Learn in Video – Dirgh Swar Kise Kahate Hain
Conclusion –
इस आर्टिकल में आपने (Dirgh Swar Kise Kahate Hain) दीर्घ स्वर के बारे में पढ़ा है, आपने दीर्घ स्वर की परिभाषा के साथ-साथ दीर्घ स्वर के उदाहरण भी पढ़ा है इसी के साथ आपने यह भी जाना है कि हिन्दी वर्णमाला में कितने दीर्घ स्वर होते हैं।