वरदान मांगूंगा नही : शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
इस पोस्ट में शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ जी द्वारा लिखित वरदान मांगूंगा नहीं नामक कविता की पंक्तियों के साथ-साथ उसका भावार्थ भी दिया गया है। यह भी पढ़ें – पुष्प की अभिलाषा वरदान मांगूंगा नहीं यह हार एक विराम है, जीवन महासंग्राम है, तिल-तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं। वरदान मांगूंगा नहीं॥ स्मृति …